जी-20 सम्मेलन की तैयारियों को शासन-प्रशासन ने दे दिया अंतिम रूप
28 मार्च से रामनगर में शुरू होने वाले तीन दिवसीय जी-20 सम्मेलन की तैयारियों को शासन-प्रशासन ने अंतिम रूप दे दिया है। विज्ञान विषय पर होने वाले इस सम्मेलन में 70 से अधिक विदेशी मेहमान शामिल होंगे। मेहमानों को सम्मेलन के अंतिम दिन कार्बेट पार्क की सफारी करने की भी तैयारी पूरी कर ली गई है। सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं।
आइजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि विदेशों से आने वाले मेहमानों की आवाजाही का रूट स्पष्ट है। रूट पर हिंदी और अंग्रेजी साइन बोर्ड लगाए गए हैं। उप्र सीमाओं के अलावा नेपाल बार्डर पर चौकसी बढ़ाई गई है। कुमाऊं और गढ़वाल से 1500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। नैनीताल के गड़प्पू से ढिकुली तक तीन मेजर जोन व सात सेक्टर में बांटा गया है। ताज व नम रिसार्ट को अलग से सेक्टर बनाया गया है।
जी- 20 सम्मेलन में आने वाले मेहमानों को जिस रास्ते से ढिकुली तक ले जाया जाएगा। वह रास्ता फूलों से महकेगा। सड़क किनारे झाड़ी साफ करके वहां छह सौ से अधिक फूलों के पौधे लगाए जा रहे हैं। साथ चार सौ से अधिक गमले भी रखे जाएंगे। मेहमान कोसी बैराज होते हुए महाविद्यालय के रास्ते ढिकुली जाएंगे।
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दीवारों को उत्तराखंडी संस्कृति से सजाया गया है। महाविद्यालय के समीप दोनों ओर अनुउपयोगी जगह में भी विभिन्न प्रजाति के फूलों के पौधों को लगाया जा रहा है। रविवार को दिन भर 30 से अधिक श्रमिक अधिकारियों की निगरानी में फूल के पौध लगाने में जुटे रहे। खाली पड़ी जगह को फूलों के पौधों से सजाने की जिम्मेदारी उद्यान विभाग को दी गई है। बाजपुर में भगत सिंह चौक पर विद्यार्थी मेहमानों का पुष्प वर्षा से स्वागत करेंगे। रामनगर में भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री अजेय कुमार के दिशा निर्देशन में विभिन्न संस्थाओं व स्कूली बच्चों ने एक किलोमीटर तक स्वच्छता का सारथी बनकर अभियान चलाया।