
जखोली ब्लॉक के थाती बड़मा–मुन्ना देवल क्षेत्र में आज ग्रामीणों के लिए डर का सामना करना पड़ा, जब करीब 150 किलो का भालू तार और झाड़ियों में फँसा मिला। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और करीब 6 घंटे तक कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन चला।
टीम ने भालू को सुरक्षित निकालने के लिए तीन ट्रेंकुलाइज़र डार्ट का इस्तेमाल किया। डार्ट मारने के बाद भालू मूर्छित हुआ और वन कर्मियों ने फँसे तार को काटकर उसे मुक्त कराया।
भालू मुक्त होते ही ढलान पर लुढ़क गया और कुछ समय बाद होश में आने पर जंगल की ओर भाग गया। वन विभाग का कहना है कि भालू अब भी आज़ाद है, इसलिए क्षेत्र में खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है।

इस बीच, वन विभाग ने पूरे इलाके में ड्रोन और कैमरा ट्रैप से निगरानी बढ़ा दी है। विभाग ने ग्रामीणों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है और कहा कि वन्यजीवों के करीब न जाएँ और बच्चों और घर के पालतू जानवरों को सावधान रखें।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह भालू संभवतः आसपास के जंगलों से आ गया था और फँसने के दौरान उसे चोटें भी आई होंगी। अब विभाग लगातार इलाके की निगरानी कर रहा है ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
ग्रामीणों ने भी वन विभाग की कार्रवाई की सराहना की और कहा कि समय पर सूचना देने से भालू को सुरक्षित बचाया गया।