उत्तराखंडदेहरादून

उत्तराखंड में प्रतिबंधित कफ सिरप और निम्न गुणवत्ता वाली दवाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी

देहरादून, 15 अक्टूबर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशों पर राज्यभर में औषधि विभाग द्वारा बच्चों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य सुनिश्चित करने हेतु सघन औचक निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। अब तक 370 से अधिक सैंपल जांच के लिए संकलित किए जा चुके हैं। अभियान का नेतृत्व अपर आयुक्त (एफडीए) एवं ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी कर रहे हैं।

मुख्य कार्रवाई के बिंदु:

रामनगर, देहरादून और रुड़की में छापेमारी:

नैनीताल के रामनगर में एक मेडिकल स्टोर को बंद किया गया, दो स्टोरों को दिशा-निर्देश दिए गए।

एक क्लीनिक से पांच औषधीय नमूने संकलित किए गए।

निरीक्षण टीम में वरिष्ठ औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट, नीरज कुमार, अर्चना, निधि शर्मा और शुभम कोटनाला शामिल रहे।

सेलाकुई औषधि इकाइयों का निरीक्षण:

देहरादून में मेडिकल स्टोर्स और थोक विक्रेता फर्मों का औचक निरीक्षण किया गया।

बच्चों के खांसी और सर्दी-जुकाम की दवाओं को सील कर विक्रय पर रोक लगाई गई।

चार नमूने गुणवत्ता जांच हेतु संकलित किए गए।

हरिद्वार/रुड़की में अवैध भंडारण:

एम/एस फलख नाज़ में बिना लाइसेंस सरकारी दवाओं का अवैध भंडारण व बिक्री पाई गई।

मौके से 12 प्रकार की एलोपैथिक दवाएं जब्त की गईं और जांच हेतु नमूने लिए गए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, और दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी प्रतिबंधित सिरप का सेवन नहीं कराना है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि विभाग की कार्रवाई सतत और प्रभावी रहेगी। अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि अभियान लगातार जारी रहेगा और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

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