उत्तराखंड के पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी का निधनः लंबे समय से चल रहे थे बीमार, आज सुबह दून अस्पताल में ली अंतिम सांस
पूर्व विधायक व उत्तराखंड वन विकास निगम अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। बताया जा रहा है कि तीन माह पूर्व ही वह अमेरिका से उपचार कर लौटे थे। उसके बाद उनकी तबीयत और खराब हो गई थी। इस पर उन्हें देहरादून के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।आज सुबह दून अस्पताल में ली अंतिम सांस ।
पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी का निधन:सीएम धामी के लिए छोड़ी थी विधायकी
उत्तराखंड में वन विकास निगम के अध्यक्ष और चंपावत से पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी का आज सुबह निधन हो गया है। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे, जिसके चलते दून अस्पताल में आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत भाजपा के बड़े नेताओं ने कैलाश गहतोड़ी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। कैलाश गहतोड़ी 2017 और 2022 में चंपावत से चुनाव जीते थे। इसके बाद 2022 में ही उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट से इस्तीफा दिया था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वन विकास निगम के अध्यक्ष, पूर्व विधायक, प्रिय मित्र और बड़े भाई कैलाश गहतोड़ी के निधन का पीड़ादायक समाचार सुन स्तब्ध हूं। कैलाश का जाना संगठन, प्रदेश के साथ-साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। एक अच्छे मित्र और बड़े भाई के रूप में आप सदैव याद आएंगे। चम्पावत के विकास को लेकर जो आपके संकल्प थे, उन्हें पूर्ण करने की दिशा में हम समर्पित होकर कार्य करेंगे। इस असीम कष्ट को शब्दों में बयान नहीं कर पा रहा हूँ। आपने अपना पूरा जीवन जनसेवा में खपा दिया, आप एक आदर्श जनप्रतिनिधि के रूप में सदैव याद किए जाएंगे।
कैलाश गहतोड़ी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए चंपावत सीट छोड़ी थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए थे और धामी को फिर से उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था। तब एकमात्र विधायक कैलाश गहतोड़ी ने आगे जाकर उनके लिए अपनी विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद चंपावत विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री चुनाव लड़े और रिकार्ड मतों से जीते थे। मुख्यमंत्री बनने पर पुष्कर सिंह धामी ने कैलाश गहतोड़ी को वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाया था। लेकिन उसी वक्त से कैलाश गहतोड़ी बीमार चल रहे थे।