
उत्तराखंड के किसानों के लिए केंद्र सरकार की एक बड़ी पहल सामने आई है। प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना के तहत चमोली और अल्मोड़ा जिलों को अब कृषि के लिए आकांक्षी जिले घोषित किया गया है। इस योजना के लागू होने से इन जिलों के हजारों किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
क्या है प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना
केंद्र सरकार की यह योजना उन जिलों में लागू की जा रही है, जहां कृषि उत्पादकता को बढ़ाने और किसानों की आमदनी में वृद्धि की आवश्यकता है। योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नई तकनीक, उन्नत बीज, सिंचाई व्यवस्था और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देना है।
11 विभाग मिलकर करेंगे विकास कार्य
इस योजना के तहत कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के साथ कुल 11 विभागों की योजनाओं का संचालन एकीकृत रूप से किया जाएगा। इन विभागों में पशुपालन, जल संसाधन, मत्स्य, उद्यान, ग्रामीण विकास, खाद्य प्रसंस्करण, वित्त, ऊर्जा, शिक्षा और कौशल विकास जैसे क्षेत्र शामिल हैं। सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करेंगे ताकि किसानों को एक ही प्लेटफॉर्म पर अधिकतम सुविधाएं मिल सकें।
नोडल अधिकारी की हुई नियुक्ति
केंद्र सरकार ने योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए हैं, जो चमोली और अल्मोड़ा जिलों में कृषि से संबंधित परियोजनाओं की निगरानी और समीक्षा करेंगे। ये अधिकारी राज्य और केंद्र के बीच सेतु का कार्य करेंगे, जिससे योजना के लाभ समय पर किसानों तक पहुंच सकें।
किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
इस योजना के तहत किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों पर सब्सिडी, मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड, सिंचाई योजनाओं में प्राथमिकता और उत्पादों के विपणन में सहायता दी जाएगी। साथ ही किसानों को प्रशिक्षण और फसल बीमा जैसी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा।
स्थानीय उत्पादों को मिलेगा बाजार
अल्मोड़ा और चमोली जैसे पर्वतीय जिलों में पारंपरिक रूप से उगाई जाने वाली फसलें जैसे राजमा, मंडुआ, झंगोरा, और गहत को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने पर भी सरकार का विशेष फोकस रहेगा। इससे किसानों को बेहतर दाम मिल सकेंगे और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
उम्मीदें और संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना के लागू होने से इन दोनों जिलों में कृषि क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। युवाओं को कृषि आधारित स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे और पलायन पर भी रोक लगेगी।
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना उत्तराखंड के पर्वतीय किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। आने वाले वर्षों में यह योजना राज्य के कृषि क्षेत्र में समृद्धि और आत्मनिर्भरता का नया अध्याय लिख सकती है।