उत्तराखण्ड
सोमवार को उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा मसूरी निवासी राज्य आंदोलनकारी व रंगकर्मी, भारतीय जन नाट्य मंच (इप्टा) के प्रदेश सचिव व पत्रकार , सतीश कुमार (56) के निधन पर गहरा शोक व्यक्त कर श्रद्धा सुमन अर्पित कियें।
सतीस कुमार पिछले छः माह से ज्यादा अपने हाथ के दो बार के ऑपरेशन व किडनी का इलाज करा रहें थे। वह कई बार इन्द्रेश अस्पताल में भर्ती रहें औऱ लगातार डायलिसस पर थे औऱ आज भी उन्हें डायलिसस हेतु इन्द्रेश अस्पताल जाना था लेकिन सुबह 08-बजे अचानक उन्होंने अन्तिम सांस ली। उनका अन्तिम संस्कार हरिद्वार खड़खडी़ घाट पर किया गया। उनके निधन से परिवार में कोहराम मच गया। वह अपने पीछे पत्नी व एक पुत्र व पुत्री छोड़ गये , उनका पुत्र सार्थक एक माह पूर्व ही रोजगार हेतु दिल्ली गया था आज इस दुःखद सूचना पाकर वह सीधे हरिद्वार घाट पर पहुंचा औऱ अपने पिता को मुखाग्नि दी।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने कहा कि उन्होंने राज्य प्राप्ति संघर्ष के साथ साथ इप्टा के माध्यम से जनसरोकारों को लेकर अपनी ढपली से संदेश देने कार्य करते रहें। दो दशकों से सतीस कुमार ने जनकवि अतुल शर्मा की रचनाओं को अपनी ढपली के साथ अपनी आवाज से जनता को सुनायें। जनकवि अतुल शर्मा व प्रदेश महासचिव रामलाल खंडूड़ी ने उनके निधन को बड़ी क्षति बताया उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं है सतीश का परिवार भी उनमें से एक है अतः सरकार उनके परिजनों की मदद को आगे आयें।
उन्हें निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में जगमोहन सिंह नेगी , जनकवि अतुल शर्मा , रामलाल खंडूड़ी , सतेन्द्र भण्डारी , प्रदीप कुकरेती , जयदीप सकलानी , राकेश नौटियाल , राजेश पान्थरी , बीर सिंह रावत , सतेन्द्र नौगाँई , विनोद असवाल , प्रेम सिंह नेगी , सुमित थापा , सुलोचना भट्ट , पुष्पलता सिलमाना , राधा तिवारी , सुलोचना गुसांई अरुणा थपलियाल , मोहन सिंह रावत , प्रभात डण्डरियाल , सुशील चमोली व अनूप कुमार आदि थे।