चारधाम यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों के लिए स्वच्छ और पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करने की पहल

देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्यवर्धक और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने के लिए ‘आज से थोड़ा कम’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य भोजन में अतिरिक्त नमक, चीनी और वसा की मात्रा को नियंत्रित करना है, जिससे हृदय रोग, मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से बचाव हो सके।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखंड के आयुक्त एवं स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशों पर इस अभियान को ज़मीनी स्तर पर लागू किया गया है। इसके तहत रेस्तरां और भोजनालयों को स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, साथ ही पोस्टर, डिजिटल माध्यम और प्रचार सामग्री के जरिए जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
RUCO पहल: पुनः प्रयुक्त तेल के दुष्प्रभावों पर रोक
खाद्य सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए प्रशासन ने ‘री-पर्पज यूज़्ड कुकिंग ऑयल (RUCO)’ पहल शुरू की है। इसके तहत, बार-बार इस्तेमाल किए गए तेल को दोबारा खाद्य श्रृंखला में आने से रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी। प्रयुक्त तेल को एकत्रित कर उसे बायोडीजल, साबुन और अन्य गैर-खाद्य उत्पादों में पुनर्चक्रित किया जाएगा, जिससे हृदय रोग, हाईपरटेंशन और लिवर संबंधी बीमारियों से बचाव होगा।
ट्रिपल EEE रणनीति से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित
खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने ‘ट्रिपल EEE रणनीति’ (Educate, Enforce, Establish) लागू की है, जिसके तहत –
Educate: खाद्य व्यवसायियों और नागरिकों को प्रयुक्त तेल के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना।
Enforce: खाद्य सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू कराना।
Establish: प्रयुक्त तेल के संग्रहण और निस्तारण के लिए सुदृढ़ प्रणाली बनाना।
सख्त निगरानी और कार्रवाई की चेतावनी
अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर खाद्य सुरक्षा मानकों को प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा और किसी भी प्रकार की खाद्य असुरक्षा या मिलावट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “सभी खाद्य व्यवसायियों को तय मानकों का पालन करना होगा, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
सरकार के इन प्रयासों से चारधाम यात्रा मार्ग पर परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार होगा और श्रद्धालुओं को सुरक्षित, स्वास्थ्यवर्धक और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।