
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को नैनीताल जिले के प्रसिद्ध कैंची धाम पहुंचकर नीब करौरी बाबा के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने आश्रम परिसर में ध्यान लगाया और बाबा के विचारों तथा शिक्षाओं से जुड़ी जानकारी प्राप्त की।
राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तराखंड ज्ञान, आध्यात्मिकता और संस्कृति की भूमि है, जहां की पवित्रता और लोक परंपराएं पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने नीब करौरी बाबा के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि बाबा का जीवन मानवता, सेवा और करुणा के अद्भुत संदेश से ओतप्रोत रहा है। उनके उपदेश आज भी लोगों के जीवन को दिशा देने का कार्य कर रहे हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक धरोहर की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, ज्ञान और योग की जीवंत परंपरा का प्रतीक है।
कैंची धाम, जो नीब करौरी बाबा की तपस्थली के रूप में प्रसिद्ध है, हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। देश-विदेश से भक्त यहां आकर बाबा से जुड़ी आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं।
राष्ट्रपति के इस दौरे के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने श्रद्धालुओं के लिए सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की।