देहरादून
उपनल कर्मियों की हड़ताल का सबसे अधिक असर दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय पर पड़ रहा है। क्योंकि अन्य चिकित्सा इकाईयों की तुलना में यहां उपनल के माध्यम से सर्वाधिक कर्मचारी तैनात हैं, जो कि पंजीकरण व बिलिंग काउंटर से लेकर पैथोलाजी, रेडियोलाजी आदि जगह तैनात हैं। उपनल कर्मियों के कार्य बहिष्कार पर रहने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं व इंटर्न को पंजीकरण व बिलिंग काउंटरों पर तैनात किया गया है, लेकिन इनके पास कार्य अनुभव कम होने के कारण पंजीकरण व बिलिंग में काफी वक्त लगा रहा है। जिस कारण मरीजों को तीमारदारों को देर तक कतार में खड़े रहना पड़ रहा है।
पिछले तीन दिनों की तरह गुरुवार को भी अस्पताल में स्थिति कुछ इसी तरह की रही। यही नहीं बिलिंग काउंटर पर हंगामा जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो गई। इसको देखते हुए बिलिंग काउंटर बंद करा दिया गया। दरअसल, अस्पताल में ही कार्यरत एक स्टाफ के सीधे बिल कटाने का कुछ मरीजों व उनके तीमारदारों ने विरोध किया। बढ़ते विरोध को देखकर उक्त कर्मचारी भी भड़क गया। आरोप है कि कर्मचारी ने मरीजों व तीमारदारों के साथ अभद्रता की। वहीं कर्मचारी ने भी मरीजों व उनके तीमारदारों पर उनके साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया है। हंगामा बढ़ता देख आनन-फानन में बिलिंग काउंटर भी बंद करा दिया गया। उधर, अस्पताल के उप चिकित्सा अधीक्षक डा. धनंजय डोभाल का कहना है कि इस मामले को लेकर कुछ मरीज उनके पास आए थे। उन्होंने मौखिक शिकायत की है कि बिलिंग काउंटर पर उनसे अभद्रता की गई है। वहीं संबंधित कर्मचारी ने भी अभद्रता की शिकायत की है। डा. डोभाल का कहना है कि उपनल कर्मियों के कार्य बहिष्कार पर रहने के कारण पंजीकरण व बिलिंग काउंटर पर तैनात कर्मचारियों पर काम का ज्यादा दबाव है। इसलिए लोगों को भी संयम बरतना चाहिए। बताया कि सुरक्षा कर्मियों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है।