
देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं के लिए एक बड़ी पहल की है। अब ऐसे युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार की इस योजना का उद्देश्य प्रदेश के प्रतिभावान लेकिन संसाधनों की कमी से जूझ रहे छात्रों को समान अवसर प्रदान करना है।
मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं कि कोचिंग की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि छात्र लाभान्वित हो सकें। इस योजना के तहत इस वर्ष 10 हजार छात्रों को चयनित कर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस योजना में कक्षा 11वीं और 12वीं पास छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। सरकार की ओर से यह सुविधा आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स—तीनों स्ट्रीम के छात्रों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही, मेधावी छात्रों के लिए एडवांस कोचिंग की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे वे UPSC, SSC, NDA, बैंकिंग, NEET और JEE जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं की बेहतर तैयारी कर सकें।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, कोचिंग संस्थानों का चयन पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। प्रत्येक केंद्र पर छात्रों की उपस्थिति, प्रगति और परीक्षा परिणामों की निगरानी के लिए एक डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम भी लागू किया जाएगा।
सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना के माध्यम से राज्य के अधिक से अधिक युवाओं को प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं में सफलता के लिए सक्षम बनाया जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि “उत्तराखंड के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही मार्गदर्शन और अवसर की जरूरत है। यह योजना उसी दिशा में एक ठोस कदम है।”