
नई दिल्ली/इस्लामाबाद: भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव में एक अहम मोड़ आया है। पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने दोनों देशों के बीच तात्कालिक प्रभाव से सीजफायर पर सहमति की पुष्टि की है। इस ऐलान को क्षेत्र में शांति की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
इशाक डार ने कहा, “भारत और पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से संघर्षविराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान हमेशा दक्षिण एशिया में शांति और स्थायित्व के लिए प्रतिबद्ध रहा है, बगैर अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता किए।”
यह घोषणा ऐसे समय पर आई है जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कर सीजफायर की पहल की बात कही थी। इशाक डार के बयान ने अब इस पहल को औपचारिक रूप देते हुए शांति प्रक्रिया को मजबूती दी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सहमति दोनों देशों के बीच बातचीत के नए रास्ते खोल सकती है और सीमा पर बढ़ते तनाव को कम करने में मददगार साबित हो सकती है। क्षेत्रीय स्थिरता के लिए यह कदम न सिर्फ रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा और शांति के लिहाज से भी उम्मीद की किरण बन सकता है।
मुख्य बिंदु:
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर तात्कालिक सहमति।
इशाक डार ने शांति को पाकिस्तान की प्राथमिकता बताया।
ट्रंप की मध्यस्थता के दावे के बाद आई पुष्टि।
क्षेत्रीय अखंडता से समझौता न करने का पाकिस्तान का रुख स्पष्ट।
इस घटनाक्रम को आने वाले दिनों में भारत-पाक संबंधों में एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।