
8-9 मई 2025 की रात भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव उस समय और गहराया जब पाकिस्तान की ओर से पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास कई संघर्ष विराम उल्लंघन भी दर्ज किए गए। भारतीय सेना ने इन हमलों को न केवल विफल किया, बल्कि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया।
रात भर चला हवाई हमला और जवाबी एक्शन
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और अन्य स्थानों पर ड्रोन और मिसाइलों के जरिए सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। इन प्रयासों को भारतीय वायु रक्षा इकाइयों ने पूरी तरह से नाकाम कर दिया। भारतीय सेना द्वारा किए गए काउंटर-ड्रोन ऑपरेशनों के तहत 50 से अधिक ड्रोन को मार गिराया गया।
इन अभियानों में L-70 गन, Zu-23mm तोपें, शिल्का सिस्टम और अन्य अत्याधुनिक काउंटर-UAS उपकरणों का उपयोग किया गया। जम्मू, सांबा, अखनूर, नगरोटा और पठानकोट जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में भारतीय वायु रक्षा ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए संभावित खतरों को निष्क्रिय किया।
कोई जनहानि नहीं, एसओपी(SOP) के तहत तुरंत कार्रवाई
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि मिसाइल और ड्रोन हमलों के दौरान किसी भी तरह की जनहानि या भौतिक नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। सभी खतरे मानक संचालन प्रक्रियाओं के तहत तेज़ी से बेअसर कर दिए गए।
पाकिस्तान को मिला मुंहतोड़ जवाब
हमले के कुछ ही घंटों के भीतर भारतीय सशस्त्र बलों ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के लाहौर में वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया। इसके अलावा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और अन्य हिस्सों में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर भी ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए।
सूत्रों के अनुसार, भारत की जवाबी कार्रवाई उतनी ही तीव्र और रणनीतिक थी जितना कि पाकिस्तान का हमला। इससे पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद ही भारतीय सेना ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह किसी भी प्रकार के दुस्साहस का करारा जवाब देगी।
15 शहरों में हमले की कोशिश, लेकिन विफल
गुरुवार दोपहर को रक्षा मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान ने अवंतीपुरा, श्रीनगर, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, बठिंडा, चंडीगढ़, भुज सहित कुल 15 शहरों में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का प्रयास किया, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने हमेशा संयम और जिम्मेदारी के साथ कार्य किया है, लेकिन कोई इस संयम को कमजोरी समझने की भूल न करे। भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हर कदम उठाने को तैयार है और किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम है।
भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव ने एक बार फिर सीमा पर सुरक्षा और रणनीतिक तैयारियों की अहमियत को रेखांकित किया है। जहां पाकिस्तान की ओर से लगातार उकसावे की कोशिश की जा रही है, वहीं भारतीय सेना ने यह दिखा दिया है कि देश की सुरक्षा से कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।