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माता के तीसरे स्वरुप की पूजा अराधना का महत्व बताते हुए पंडित शशि शास्त्री

देहरादून

दर्शन लाल चॉक पंचायती मंदिर के पंडित शशि शास्त्री ने नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप की पूजा-आराधना का महत्व बताया। मां दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा हैं। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन इन्हीं के विग्रह का पूजा-अर्चना की जाती है। पंडित ने बताया कि मां का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण से इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। इनके शरीर का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है। इनके दस हाथ हैं। इनके दसों हाथों में खड्ग आदि शस्त्र तथा बाण आदि अस्त्र विभूषित हैं। इनका वाहन सिंह है। इनकी मुद्रा युद्ध के लिए उद्यत रहने की होती है। उसी के साथ उन्होंने सभी लोगों को शारदीय नवरात्रि की ढेर सारी शुभकामनाएं दी।

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