देहरादून
एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव मे सहकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर उत्तराखंड को- ऑपरेटिव रेशम फेडरेशन को मिला नैकॉफ अवॉर्ड्स 2024
सोमवार दिल्ली देर रात किसान दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थिति इंडिया हैबिटेट सेंटर में चौथे ‘रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव एंड नैकॉफ अवॉर्ड्स 2024’ का आयोजन किया गया जिसकी थीम ‘किसानों के लिए संस्था निर्माण’ थी।
रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव में चार श्रेणी में दिए गए पुरस्कार
रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव एंड नेकॉफ अवार्ड्स 2024 में कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले एक किसान, सहकारी संस्था, सामाजिक संस्था और सार्वजनिक संस्था को सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उत्तराखंड के शिक्षा और सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत द्वारा संस्थाओं के पदाधिकारियों को दिये गये ।
किसान श्रेणी में उमेश कुमार को पुरस्कार
सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थान श्रेणी में एनसीडीसी सम्मानित
सामाजिक क्षेत्र के संस्थान श्रेणी में सुलभ इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एक्शन सोशियोलॉजी एंड सोशियोलॉजी ऑफ सैनिटेशन को सम्मान
उक्त कार्यक्रम ने उत्तराखंड की शीर्ष सहकारी संस्था रेशम फेडरेशन को सहकारिता के क्षेत्र ने किए जा रहे नवाचार और पूर्ण मूल्य श्रृंखला और सफल व्यवसायिक मॉडल के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सहकारिता के क्षेत्र ने रेशम फेडरेशन को नैफेक अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक श्री आनंद शुक्ला ने फेडरेशन की और से उक्त सम्मान पत्र ग्रहण किया।
सहकारिता मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने राज्य की शीर्ष सहकारी संस्था रेशम फेडरेशन को संस्था द्वारा सम्मानित किए जाने पर खुशी व्यक्त की गई और फेडरेशन को बधाई दी कार्यक्रम में ‘रूरल वर्ल्ड’ पत्रिका की वेबसाइट और नवीनतम अंक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में अपने सम्बोधन मे डा0 धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में 12 लाख किसानों को बिना ब्याज के एक लाख से पांच लाख रुपये तक का कर्ज दिया गया है जिससे उत्तराखंड के किसानों की आय में इजाफा हुआ है उत्तराखंड में किसानों का एक भी कर्ज एनपीए नहीं बना है। राज्य में लागू अन्य पहल के बारे में उन्होंने बताया कि उत्तराखंड ने मॉडल सघन सहकारी समिति के तर्ज पर, अब हर राज्य में इसे लागू किया जा रहा है।
उत्तराखंड राज्य दो साल में पूरी तरह ऑर्गेनिक हो जाएगा। अभी तक राज्य के 95 में से 62 ब्लॉक ऑर्गेनिक हो चुके हैं। इनमें से 47 ब्लॉक को इसके लिए सर्टिफाई किया जा चुका है। रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव एंड नेकॉफ अवार्ड्स 2024 में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल उत्तराखंड के सहकारिता और शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने अपने संबोधन में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोऑपरेटिव के क्षेत्र में राज्य में कई पहल हुई हैं जिन्हें दूसरे राज्य अपना रहे हैं।
डा0 रावत ने बताया कि उत्तराखंड में 12 लाख किसानों को बिना ब्याज के एक लाख से पांच लाख रुपये तक का कर्ज दिया गया है। लेकिन किसानों का एक भी कर्ज एनपीए नहीं बना है। राज्य में लागू अन्य पहल के बारे में उन्होंने बताया कि उत्तराखंड ने मॉडल साधन सहकारी समिति बनाई थी, अब हर राज्य में इसे लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास तभी होगा जब किसान आगे आएगा। एक तरफ कृषि भूमि घटती जा रही है, मिट्टी की उपजाऊ क्षमता कम हो रही है और दूसरी तरफ देश की आबादी बढ़ रही है। हमें इस बात का ध्यान रखना जरूरी है।
कॉन्क्लेव में परिचर्चा के चार सत्र आयोजित किए गए। इनके विषय थे ‘अगली पीढ़ी की कृषि के लिए, अगली पीढ़ी की सहकारी संस्था’, ‘निजी क्षेत्र- किसानों की भागीदारी’, ‘किसानों के लिए सार्वजनिक संस्थान, सहकारिता को आगे बढ़ाने के लिए उसका कॉमर्शियल बनाने की जरूरत है।
कॉन्क्लेव को पूर्व सांसद और बिहार के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार केसी त्यागी ने भी संबोधित किया।