देहरादून में 15 वर्षीय घरेलू कामकाजी किशोरी की संदिग्ध मौत, मकान मालिक पर हत्या का मुकदमा दर्ज

देहरादून : रायपुर थाना क्षेत्र के एकता विहार में एक 15 वर्षीय किशोरी की संदिग्ध हालात में मौत से हड़कंप मच गया है। मृतका के परिजनों ने मकान मालिक पर हत्या का गंभीर आरोप लगाया है, जबकि पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
रविवार को देहरादून के रायपुर इलाके में एक 15 वर्षीय घरेलू कामकाजी किशोरी की मौत के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। मृतका की पहचान जायमाला के रूप में हुई है, जो पिछले छह महीने से एकता विहार निवासी अनिल कक्कड़ के घर पर काम कर रही थी। मृतका के परिजनों ने मकान मालिक पर मारपीट कर जहरीला पदार्थ खिलाने का आरोप लगाया है, जिसके बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
रेलवे स्टेशन पर बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में हुई मौत
जायमाला के भाई सुनील कुमार के अनुसार, वह शनिवार को अपने घर बिहार लौट रहे थे, उसी दौरान रेलवे स्टेशन पर जायमाला की तबीयत अचानक खराब हो गई। पहले उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से कोरोनेशन और फिर दून अस्पताल रेफर किया गया। इलाज के दौरान जायमाला ने बताया कि मकान मालिक अनिल कक्कड़ ने उसके साथ मारपीट की और कुछ खाने को दिया था। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम में स्पष्ट कारण नहीं, विसरा सुरक्षित
मौत के सही कारण का पता पोस्टमार्टम में नहीं चल सका है। डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित रखने की सलाह दी है ताकि आगे की जांच में जहरीले पदार्थ की पुष्टि हो सके। इस बीच फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूनों की सैंपलिंग की है और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
मकान मालिक पर हत्या और बाल मजदूरी का आरोप
एसएसपी अजय सिंह ने जानकारी दी कि परिजनों की शिकायत पर मकान मालिक अनिल कक्कड़ के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही नाबालिग से मजदूरी कराने के मामले को भी गंभीरता से लिया जा रहा है। आसपास के मकानों में भी इसी तरह की गतिविधियों की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
परिजनों का हंगामा, पुलिस पर लापरवाही का आरोप
मृतका के भाइयों सुनील और सूरज ने बताया कि उन्होंने रविवार को ही पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके विरोध में परिजनों और स्थानीय लोगों ने हंगामा किया और नारेबाजी की, जिसके बाद मंगलवार को आखिरकार एफआईआर दर्ज की गई।
किशोरी ने खुद खाया जहर या जबरन खिलाया गया – जांच जारी
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या किशोरी ने मकान मालिक की प्रताड़ना से तंग आकर खुद जहर खाया या उसे जबरन खिलाया गया। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि किशोरी के पास जहरीला पदार्थ आया कहां से।
यह मामला न सिर्फ घरेलू काम में लगे नाबालिगों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि समाज में हो रही चुपचाप प्रताड़ना और शोषण की गंभीर तस्वीर भी पेश करता है। पुलिस अब सबूतों और फॉरेंसिक जांच के आधार पर कार्रवाई कर रही है।