मुख्यमंत्री धामी ने हरिद्वार में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी समारोह में की महत्वपूर्ण घोषणा

हरिद्वार : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में धनगर समाज द्वारा आयोजित लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जयंती कार्यक्रम में भाग लिया और एक महत्वपूर्ण घोषणा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि ग्राम सभा सलेमपुर का नाम प्रस्ताव एवं अनापत्ति आने पर लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी के नाम पर किया जाएगा।
धनगर समाज के योगदान की सराहना
मुख्यमंत्री धामी ने लोकमाता पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर जी को नमन करते हुए कहा कि पाल-धनगर समाज प्राचीन काल से भारत की पशुधन आधारित अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार रहा है। उन्होंने कहा कि इस समाज ने न केवल देश की प्रगति में आर्थिक योगदान दिया है, बल्कि हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोने में भी अहम भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने अहिल्याबाई होल्कर को नारी सशक्तिकरण की आदर्श बताते हुए कहा कि वे भारतीय इतिहास की एक ऐसी पुण्यात्मा हैं जिन्होंने नारीशक्ति का श्रेष्ठतम उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, द्वारका, रामेश्वरम्, अयोध्या और मथुरा के साथ ही देवभूमि के बद्रीनाथ, केदारनाथ और हरिद्वार में मंदिरों और घाटों का पुनर्निर्माण कराया।
सांस्कृतिक पुनर्जागरण का अमृतकाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण के अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है। वर्षों तक उपेक्षित रहे गौरवशाली इतिहास, महान राष्ट्रनायकों के योगदान और सांस्कृतिक विरासत को आज पुनर्स्थापित किया जा रहा है।
महिला सशक्तिकरण के अभूतपूर्व कार्य
उन्होंने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि महिलाओं को संसद और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, उज्ज्वला योजना, लखपति दीदी योजना और ट्रिपल तलाक की समाप्ति जैसे निर्णयों से मातृशक्ति का सम्मान सुनिश्चित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दुश्मन देश के किसी भी आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है। उरी हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक द्वारा, पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक और अब पहलगाम हमले के बाद “ऑपरेशन सिंदूर” के माध्यम से आतंकियों का सफाया किया गया।
राज्य में धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के संबंध में मुख्यमंत्री ने बताया कि केदारखंड और मानसखंड के मंदिर क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण, हरिपुर कालसी में यमुनातीर्थ स्थल के पुनरुद्धार, हरिद्वार ऋषिकेश कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर के निर्माण की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
राज्य सरकार की महिला कल्याण योजनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण के साथ ही ‘मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना’, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना और पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने हेतु पूर्ण रूप से संकल्पबद्ध है। प्रदेश में लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद जैसी घृणित मानसिकताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है और सख्त दंगारोधी तथा धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किए गए हैं।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के साथ काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब केवल छोटे कर्मचारियों पर ही नहीं बल्कि भ्रष्टाचारी बड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। हाल ही में हरिद्वार भूमि घोटाले में दो आईएएस और एक पीसीएस अधिकारी को निलंबित किया गया है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन विनय कुमार रोहिला, राज्यमंत्री डॉ जयपाल सिंह चौहान, देशराज कर्णवाल, ओम प्रकाश जमदग्नि, न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह, विधायक आदेश चौहान, जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, प्रणव सिंह चैंपियन, शिवालिक नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा, अपर सचिव अनुराधा पाल, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल, सचिव एचआरडीए मनीष कुमार, उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, सौरभ असवाल एवं धनगर समाज के लोग उपस्थित थे।