
उत्तराखंड।
महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ आंदोलनकारी सुशीला बलूनी के निधन पर राज्य महिला आयोग की वर्तमान अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा है कि उनका निधन राज्य के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आंदोलन में बड़ी बहन सुशीला बलूनी जी ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है वो महिलाओं का नेतृत्व करने वाली, महिला सशक्तिकरण का प्रत्यक्ष उदाहरण थी। महिलाओं के लिए वो हमेशा ही प्रेरणास्रोत रही है, और तो ओर वह अपने अस्वस्थ होने पर भी सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहती थी।
उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार में विभिन्न दायित्वों पर भी उनका मार्गदर्शन समाज की बहनों को मिला है।
कुसुम कण्डवाल ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जीवन राज्य की अनेको महिलाओं को प्रेरणा देता रहेगा । राज्य निर्माण में उनका योगदान सदैव याद किया जाएगा।