भकुंट भैरवनाथ जी के कपाट शीतकाल हेतु विधिवत पूजा-अर्चना के बाद बंद हुए

केदारनाथ धाम, 18 अक्टूबर: केदारनाथ धाम के क्षेत्ररक्षक भकुंट भैरवनाथ जी के कपाट आज शनिवार अपराह्न 1 बजकर 15 मिनट पर पूजा-अर्चना के बाद शीतकाल के लिए विधिवत रूप से बंद कर दिए गए।
इससे पहले केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना और भोग लगाया गया। इसके उपरांत बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी, केदार सभा तथा पंच पंडा समिति रुद्रपुर के प्रतिनिधि मंदिर परिसर से कपाट बंद करने की प्रक्रिया के लिए भैरवनाथ मंदिर पहुंचे।
कपाट बंद करने की प्रक्रिया पुजारी बागेश लिंग, धर्माधिकारी औंकार शुक्ला, वेदपाठी यशोधर मैठाणी तथा तीर्थ पुरोहितों की उपस्थिति में संपन्न हुई। इस दौरान स्थानीय पकवानों और रोट का भोग लगाया गया तथा हवन-यज्ञ के साथ विधि-विधानपूर्वक कपाट बंद किए गए।
इस अवसर पर बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी सदस्य विनीत पोस्ती, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पूर्व अध्यक्ष विनोद शुक्ला, मंत्री राजेंद्र तिवारी, संतोष त्रिवेदी, भैरवनाथ पश्वा अरविंद शुक्ला, अनिल शुक्ला, अंकित सेमवाल, उमेश पोस्ती, बीकेटीसी प्रभारी अधिकारी केदारनाथ यदुवीर पुष्पवान आदि मौजूद रहे।
भैरवनाथ जी के कपाट बंद होने के साथ ही अब केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की तैयारी शुरू हो गई है। पंचमुखी डोली की पूजा-अर्चना की तैयारियां भी जारी हैं। उल्लेखनीय है कि केदारनाथ धाम के कपाट 23 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे।