मेरठ में सड़कों पर नमाज पढ़ने पर रोक, जयंत चौधरी ने की ‘ऑरवेलियन 1984’ से तुलना

मेरठ, : उत्तर प्रदेश के मेरठ पुलिस प्रशासन ने ईद की नमाज को लेकर सख्त आदेश जारी करते हुए सड़कों पर नमाज पढ़ने पर पूरी तरह रोक लगा दी है। इस फैसले को लेकर प्रदेश में सियासत गर्मा गई है। एनडीए सहयोगी और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने मेरठ पुलिस के इस फैसले की ऑरवेलियन 1984 की पुलिसिंग से तुलना करते हुए विरोध जताया है। उन्होंने इस मुद्दे पर अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट साझा की।
क्या है मेरठ पुलिस का आदेश?
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा है कि सड़क पर नमाज अदा करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि कोई सड़क पर नमाज पढ़ता पाया गया तो उस पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
पासपोर्ट और लाइसेंस भी हो सकते हैं रद्द
एसपी सिटी ने आगे कहा कि मुकदमा दर्ज होने के बाद संबंधित व्यक्ति का पासपोर्ट और लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछली बार सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर 200 लोगों पर केस दर्ज किया गया था।
मुस्लिम समुदाय ने उठाए सवाल
इस फैसले को लेकर मुस्लिम समुदाय ने नाराजगी जताई है। समुदाय के लोगों का कहना है कि अगर रोक लगानी है, तो यह सभी पर समान रूप से लागू होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है।