
देहरादून । उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गुरुवार को शासकीय आवास पर सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों में सहकारिता मेले आयोजित करने का फैसला लिया गया है। यह मेले दिसंबर 2025 तक आयोजित किए जाएंगे और इनमें सहकारिता गोष्ठियों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम और महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी भी देखने को मिलेगी।
डॉ. रावत ने जानकारी दी कि प्रत्येक जिले में लगने वाले इन सात दिवसीय मेलों का उद्घाटन केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह करेंगे। मेलों में स्थानीय सांसद, राज्यसभा सदस्य, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
मेलों की तैयारियों की जिम्मेदारी गढ़वाल क्षेत्र में अपर निबंधक ईरा उप्रेती और कुमाऊं क्षेत्र में संयुक्त निबंधक मंगला त्रिपाठी को सौंपी गई है। दोनों को मेलों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रदेश की 670 सहकारी समितियों के माध्यम से “एक पेड़ मां के नाम” थीम के तहत 10 दिसंबर तक 1 लाख 11 हजार पौधे लगाए जाएंगे। यह पहल पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक भावनाओं को जोड़ने का एक प्रयास है।
अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में, राज्यभर में हर दिन एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिनमें सहकारिता और केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुंचाई जाएगी। सहकारिता मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे भी जिलों में जाकर इन कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी करें और उनकी मॉनिटरिंग करें।
हरिद्वार जिले की कमजोर सहकारी समितियों की समीक्षा भी बैठक में की गई, जिनके सुधार के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए। इसके अलावा, उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ का टर्नओवर 500 करोड़ से बढ़ाकर 1000 करोड़ तक पहुंचाने के लिए विभाग को एक ठोस व्यवसायिक योजना बनाने को कहा गया है।
समीक्षा बैठक में सहकारिता सचिव दिलीप जावलकर, अपर निबंधक ईरा उप्रेती, आनंद शुक्ला, संयुक्त निबंधक नीरज बेलवाल, मंगला त्रिपाठी और उप निबंधक रमिंद्री मंदरवाल उपस्थित रहे।